झाबुआ जिला प्रमुख ब्यूरो चीफ चंद्रशेखर राठौर
पेटलावाद मे नगर पालिका चुनाव के चलते जो माहौल गरमाया या बदला बदला सा लग रहा है उसका कारण पता चल गया है।
क्या करण था गौतम का पार्टी के खिलाफ नजर आये वो
हम आपको बता देते है की भाजपा सरकार के द्वारा डबल रोल कर अपनी छवि को बनाने के लिए एक तरफ गौतम का साथ दिया तो दूसरी ओर शंकरलाल राठौड़ को गुप्त मे रखा इस बात से नाराज हुए गौतम ओर पुरी तरह से गुस्से टूट पड़े पार्टी पर की क्या मतलब है ऐसी दोगली राजनीति करने से पहले क्यो नहीं बताया गया मुझे अगर येसा था तो मुझसे क्यो छुपाया गया अब सायद पार्टी से भी इस्तीफा दे सकते हे गौतम गहलोत।
जब पार्टी का चुनाव चिन्ह ही नहीं है तो इन्होने कैसे पार्टी के पदाधिकारियों को सम्मिलित किया क्या पार्टी इनको सपोर्ट कर रही है। शायद यही अंदर की बात का पटा गौतम को लग गया था इसी वजह से उन्होंने पार्टी से चुनाव लड़ने से मना कर दिया था।
जब भाजपा पार्टी मे इस भोपू का चुनाव चिन्ह ही नहीं दिया तो शंकरलाल राठौड़ ने किस आधार पर नाम ले रहे है की सरकार ने इन्हे नियक्त किया है। जबकी पार्टी ने तो इस चुनाव चिन्ह का जिक्र हि नहीं किया ओर पार्टी का नाम लेकर इनकी क्या मनसा रही है यह तो इन्ही से पता चलेगा की क्या गड़बड़ घोटाला है। क्यो इन्होने पार्टी के मेम्बर के साथ देगा कर राठौड़ को तजुवब दिया क्या पार्टी के साथ कोई गठबंधन किया गया हैं। इसका पता तो नहीं चला मगर इस बैनर से यह साबित होता हे की भाजपा के लोग इनके समर्थक है इस बैनर को बनाया गया हैं या प्रिंट मिस्टेक हो गई है अभी कुछ कहा नही जा सकता हैं। या यह भी हो सकता है की इन्होने जितने के लिए यह रणनीति अपनाइ हो। की भाजपा की सरकार तो है ही बहती गंगा में अपन भी हाथ दोह लेते हे की तर्ज पर क्योकि लोग भाजपा को हि वोट देते है तो बैनर देखकर मुझे भी वोट मिल जाएंगे तो क्या यह सही बात हैं। अभी से लोगो को बेवकूफ बनाया जा रहा है तो आगे भी बेवकूफ बनाया जायेगा। जीत के लिए इतनी बड़ी चालाकी कहे या रणनीति या सोची समजी साजिश कैसे कर सकते हे ये महाशय। क्या इनको किसी का डर नहीं है। या इन्ही को उकसाने के लिए इन्ही के सहयोगिओ ने इस चाल से भाजपा की छवि गिराने मे लगे हुए है टकी कांग्रेस मे अपना दब दबा बना सके की देखो हम पार्टी में नहीं थे तो भी पार्टी का बता कर जीत हसील करने के लिए तैयार किया गया हॉल
सायद यही वजह होगी की गौतम राठौड़ समाज जी बात कर रहे थे।क्योकि उनको पटा चल गया होगा की उनके खिलाफ षडयंत्र रचा जा रहा है। उस के चलते उन्होने चुनाव लड़ने से पहले हि खुद को बचा लिउए ओर चुनाव लड़ने से त्याग कर दिया ओर किसी प्रकार से मेरा कोई मतलब नहीं रहेगा।मीडिया के सामने यह बात कही गई थी