रांची के बैंक से गिरफ्तार हुआ, इंदौर से भागा ठगोरा ! उसके खिलाफ लखनऊ में भी ठगी के मामले दर्ज |

इंदौर | इंदौर से करीब दो करोड़ रुपए की धोखाधड़ी कर फरार हुए आरोपी को पुलिस ने रांची से गिरफ्तार कर लिया। वह यहां एक बैंक में नौकरी कर रहा था। आरोपी लसूड़िया क्षेत्र में जहां रहता था, वहां पड़ोसी सहित अन्य लोगों को निवेश करने पर दोगुने लाभ का लालच देकर ठगी की। पुलिस को आशंका है कि इसके पीछे पूरा गिरोह काम कर रहा है। पुलिस आरोपी से गिरोह के सदस्यों के बारे में पूछताछ कर रही है।

लसूड़िया थाने के TI के मुताबिक इंदौर पुलिस ने निजी कंपनी के कर्मचारी अमित कुमार चौकसे की शिकायत पर आरोपी मोहित श्रीवास्तव के खिलाफ 2 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था। मोहित प्लाजो रेसीडेंसी (निपानिया) स्थित एयू स्मॉल फाइनेंस कंपनी में नौकरी करता था। खाता खुलवाने के दौरान अमित से दोस्ती हुई और उसे शेयर बाजार में निवेश करने की सलाह दी गई। आरोपी ने शुरूआत के कुछ महीने 20 फीसद मुनाफा उसके खाते में जमा कर विश्वास जीत लिया। अमित झांसे में आ गया और आरती चौकसे, निशांत चौकसे, प्रतीक भार्गव, सौरभसिंह बघेल, प्रिंस तिवारी, प्रशांत राई, हिमांशु जोशी, नेहा शिवहरे, करण शर्मा, परितोष, अनिल चौरसिया, ब्रजराज अमट, आकाश पटेरिया, मनोरंजन राय, गुलाब चौकसे, परिधि मोदी आदि से करीब 2 करोड़ रुपये निवेश करवा दिए।

मोहित श्रीवास्तव ने दीपक कुमार और सिक्की के नाम से खुले फर्जी खातों में रुपए जमा करवाए और रातों रात फ्लैट खाली करके फरार हो गया। इंदौर पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर मोहित श्रीवास्तव को रांची से गिरफ्तार किया। फरारी के दौरान मोहित एक्सिस बैंक में नौकरी कर रहा था।

लखनऊ में भी बड़ी ठगी की
यह शातिर ठग पहले लखनऊ में भी करीब 500 लोगों से 5 करोड़ ठग चुका है। इसमें उत्तर प्रदेश सरकार के सचिव पद से रिटायर्ड अधिकारी भी शामिल हैं। इसने बदमाश ने MP सहित कई राज्यों के लोगों को शिकार बनाया है। पूछताछ में पता चला कि मोहित पर लखनऊ के विभूति खंड में शारदा सिंह और पंकज कुमार की शिकायत पर पांच करोड़ रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी के केस दर्ज हैं।

लसूड़िया पुलिस ने बताया कि ठग ने उत्तर प्रदेश में राज्यपाल के अनुसचिव रहे बीके सिंह को भी शिकार बनाया है। पुलिस के मुताबिक मोहित श्रीवास्तव कुछ साल पहले फ्लैट लखनऊ के चिनहट थाना क्षेत्र के सिल्वर लाइन अपार्टमेंट में रहने गया था। आरोपी ने हमदर्दी जताकर मेल जोल बढ़ाया और विश्वास दिलाया कि वह जना स्माल फाइनेन्स बैंक का मैनेजर है। यह बैंक अन्य बैंकों से ज्यादा ब्याज देता है। वह अपने सहयोगियों संदीप के साथ मिलकर शेयर मार्केट का काम भी करता है। तब मोहित ने शेयर मार्केट का फर्जी अकाउंट खुलवाकर उसी अकाउंट में 16 लाख रुपए डलवा लिए। कुछ दिनों बाद आरोपी मोहित रातोंरात अपना घर छोड़ कर फरार हो गया।

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