यह हे ग्राम पंचायत के कार्य सिर्फ बिल लगाना ओर पैसे निकलना।

झाबुआ जिला प्रमुख ब्यूरो चीफ चंद्रशेखर राठौर

जी हा हम बात कर रहे है झाबुआ जिले की पेटलावद जनपद की सबसे बड़ी पंचायत जहा पर पिछले 7 साल के कार्यकाल मे इतने गबन किये गये है की उसका हिसाब भी नहीं लगाया जा सकता है। खेर अभी हम बात कर रहे है। ग्राम पंचायत के विकास की तो जो कार्य जमीन स्तर पर बना हि नही है। उसका बिल लगाकर किस तरह से पंचायत के सदस्य सरकार की तमाम योजनायो को किस तरह से भरष्टाचार की भेट चढ़ा रहे है ओर उसमे पंचायत जनपद पंचायत ओर जिला पंचायत के समस्त इस मे शामिल है तभी तो इस पंचायत से इतनी शिकायत करने के बाद भी कार्यवाही नहीं होती और इस एक पंचायत को दुखते हुए तो यही प्रतीत होता हैं की किस तरह से झाबुआ जिला पुरी तरह से भरष्टाचार की भेट चढ़ा हुआ हैं और जो सत्यता से ओर ईमानदारी से पत्रकारिता करता है। उसे धमकाया जाता हैं ओर इसकी सूचना भी एसपी को की जाति है तो भी किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होती हैं बल्कि उनके विभाग के आला अधिकारी अगली बार उस विभाग से जानकारी प्राप्त नहीं होती है।

अब क्या इस बिल के आधार पर भी प्रशासन कोई कार्यवाही नहीं करेगा।

तो हमारा मानना यह हे की हमने इन आला अधिकारियों को कइ बार इस के बारे मे अवगत कराया है उसके बाद भी इन अधिकारियों के द्वारा अभी तक किसी प्रकार की कार्यवाही सुरु नहीं की गई।

हम आपको उस जगह का फोटो भी बता रहे जहा इन्होने दुकान निर्माण का कार्य किया है।
सलग्न है फोटो 1
सलग्न फोटो बिल का 2

इस तरह से तो यह बात स्पस्ट हो रही हैं की पंचायतो के द्वारा जो भी बिल जमा कराये जाते हैं उनकी समीक्षा किये बिना हि ये आला अधिकारी बिल पास कर देते हैं। जिसके चलते उनको भी कुछ मिलता होगा। इसी आधार पर ये कह सकते है की झाबुआ जिला पुरी तरह से भरष्टाचार मे लिप्त है और सिर्फ ओर सिर्फ खाना पूर्ति कर इतीसी प्राप्त की जा रही है।

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