Uncategorized

खरगोन पुलिस द्वारा 12 घंटे के अंदर घर से बिना बताए गई तीन अवयस्क बालिकाओ को सकुशल किया दस्तयाब • स्कूल का बोलकर निकली थी तीनों बालिकाये • बड़वाह बस स्टैन्ड पर दिल्ली जाने का रास्ता पूछा था, वही से मिला सुराग • बालिकाओ का पता बताने वाले को 10 हजार रुपये का इनाम देने की उद्घोषणा की गई थी

झाबुआ जिला प्रमुख ब्यूरो चीफ चंद्रशेखर राठौर

घटना का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार से था
दिनांक 30.08.22 को फरियादी मांगीलाल पिता मोहन भालेकर नियासी कतरगांव थाना करही द्वारा रिपोर्ट की गई कि उनके बड़े लड़के की लड़की सिया व छोटे लड़के की लड़किया राधिका एवं रितिका रोजाना सुबह 8.30 बजे साई अकेडमी कतरगांव मे जाती है तथा वापस 4.30 बजे तक घर आ जाती है। लेकिन आज दिनांक को तीनों वापस स्कूल से घर नही आई। जिन्हे आस पास गाँव मे काफी तलाश किया लेकिन नही मिली जिन्हे कोई अज्ञात व्यक्ति बहला फुसलाकर अपने साथ ले गया है तीनों बालिकाये अवयस्क है। उक्त सूचना पर से थाना करही पर अपराध क्र 223/22 धारा 363 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया ।
थाना प्रभारी द्वारा तीन अवयस्क बालिकाओ के एक साथ गुम हो जाने की सुचना वरिष्ठ अधिकारीगणों को दी गई तो पुलिस महानिरीक्षक इन्‍दौर (ग्रामीण) जोन इन्‍दौर राकेश गुप्‍ता व पुलिस उप महानिरीक्षक निमाड रेंज खरगोन तिलक सिंह द्वारा मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जल्द से जल्द गुम बालिकाओं की दस्तयाबी करने हेतु निर्देशित किया गया हैं । इसी तारतम्य में पुलिस अधीक्षक खरगोन धर्मवीर सिंह के द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण जितेंद्र सिंह पँवार के मार्गदर्शन मे अनुविभागीय अधिकारी पुलिस बड़वाह एवं थाना प्रभारी करही के नेतृत्व मे तीन पुलिस टीमों का गठन कर बालिकाओं की दस्तयाबी शीघ्र से शीघ्र करने हेतु लगाया गया ।
गठित पुलिस टीम द्वारा तत्काल तीनों अवयस्क बालिकाओ के गुम हो जाने के संबंध मे पम्पलेट जारी कर समस्त सोशल मीडिया पर जारी किया गया । बालिकाओ के इंदौर तरफ जाने की संभावनाओ को देखते हुए एक टीम इंदौर की ओर रवाना हुई। दूसरी टीम बड़वाह बस स्टेंड पर पूछताछ करने मे लगाई गई व तीसरी पुलिस टीम द्वारा करही मे ही तीनों बालिकाओ की सहेलियों से जानकारी एकत्रित करना प्रारंभ कर दिया गया । बड़वाह बस स्टेंड पर पूछताछ मे पता चला की वे बालिकाये दिल्ली जाने के लिए बस के बारे मे पूछ रही थी तथा तीनों बालिकाओ को 12.30 बजे वाली बस अमर ज्योति से इंदौर की ओर जाते हुए देखा गया था । तब अमर ज्योति बस कन्डक्टर से पता किया गया तो उसने बताया की तीनों बालिकाओ को नवलखा बस स्टेंड इंदौर पर उतारा गया था । तब इंदौर तरफ गई पुलिस टीम को नवलखा बस स्टेंड के आसपास तलाश करने हेतु लगाया गया । पुलिस द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल किए गए पम्पलेट के सम्बद्ध मे बड़वाह बस स्टेंड पर स्थित मोबाईल दुकान वाले ने पुलिस को बताया की उक्त तीनों बालिकाओ द्वारा मेरी मोबाईल दुकान से अपने मोबाईल पर 199 रुपये का रिचार्ज करवाया है।
इसके बाद इंदौर गई पुलिस टीम को नवलखा बस स्टेंड पर पूछताछ मे पता चला की उक्त तीनों बालिकाओ ने डक्कन वाला कुआ इंदौर से अशोका बस की इंदौर से दिल्ली जाने की तीन टिकट बुक करवाई गई है। तब अशोका बस कन्डक्टर से फोन पर बालिकाओ के संबंध मे चर्चा की गई तो उसने बताया की वे तीनों बलिकाये बस मे ही हे उनके साथ ओर कोई नहीं है । बस श्रीनगर जयपुर मे है । तब बस कन्डक्टर को कहा गया की वो तीनों बालिकाओ को सकुशल थाना श्रीनगर जयपुर मे छोड़ दे । तत्पश्चाय एक पुलिस टीम श्रीनगर जयपुर के लिए रवाना हुई व थाना श्रीनगर जयपुर से तीनों बालिकाओ को सकुशल अपने साथ वापस थाना करही ले आई। तीनों बालिकाओ ने प्रारम्भिक पूछताछ मे बताया की वे अपनी मर्जी से दिल्ली जा रही थी। घर की रोज रोज की लड़ाइयों से तंग होकर तीनों द्वारा यह कदम उठाया गया था ।

इस कार्य मे इन पुलिस टीम का रहा योगदान

तीन नाबालिक बालिकाओ के एक साथ गुम हो जाने व उन्हे 12 घंटों के अंदर सकुशल दसत्याब करने मे एसडीओपी बड़वाह विनोद दीक्षित, थाना प्रभारी करही परमानन्द गोयल के नेतृत्व मे उनि सुदामा मोर, सउनि संजीव पाटील, सउनि रोहित धनेरा, प्रआर 596 रवि कुशवाह, आर 651 शैलेन्द्र सोलंकी, आर 954 कपिल मीणा, आर 183 निखिल बारचे, आर 776 रामू भदौरिया एवं सायबर सेल खरगोने से उनि सुदर्शन, उनि दीपक यादव, प्रआर 777 आशीष, आर 245 अभिलाष, आर 10 मगन, आर 847 सोनू एवं आर 693 सचिन की उल्लेखनीय भूमिका रही ।

Disha Express Is A India's Best National News And Advertisement Network.

What's your reaction?

Leave A Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *