6 महीने में बिगड़ी सड़क की हालत हो गए बड़े-बड़े गड्ढे पेटलावाद मार्ग की हालत खराब।

क्या ठेकेदार पर प्रशासन कार्यवाही करेंगे। कोन है इसका जिम्मेदार।

झाबुआ से चंद्रशेखर राठौर

झाबुआ पेटलावद से करवड के बीच में 8 किलोमीटर बनाया गया सड़क मार्ग 6 माह पूर्व ही प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में बनाई गई थी। लेकिन घटिया निर्माण के चलते सड़क अभि 6 माह से कई जगह से उखड़ गई है और कही कही पर तो इतने बड़े-बड़े गड्ढे हो गए है की ड्राइवर को इस पट्टी से उस पट्टी पर गाड़ी लेजाना पड़ थी हे जिससे की दुर्घटना होने के 98% होती है। कई जगह गिट्टी बाहर आ गई जिससे पता चलता है कि ठेकेदार द्वारा घटिया किस्म का डामर का इस्तेमाल किया गया है। सड़क बनाने में कई जगह ठेकेदार द्वारा पुरानी सड़क पर ही फिर से पर चढ़ा कर इतिश्री कर दी जाति है। आपको बता दें कि यह मार्ग रतलाम से पेटलावद झाबुआ जाने के लिए मुख्य मार्ग माना जाता है इस मार्ग से प्रतिदिन किसानों की उपज जावरा मंदसौर नीमच भीलवाड़ा व देश के अन्य शहरों में जाती है इस मार्ग पर प्रतिदिन कई अधिकारी व राजनेता निकलते हैं परंतु इस ओर किसी का ध्यान नहीं है। क्या जिला प्रशासन इस ठेकेदार पर कार्रवाई करेगा या प्रदेश के मुखिया की बात हवा में ही रह जाएगी।

सड़क खराब होने का यह भी एक कारण हो सकता है।

इस मार्ग के खराब होने का एक करण यह भी हो सकता है कि इस मार्ग पर क्षमता से अधिक वजन वाले भारी वाहन इस मार्ग से गुजरते हैं जिससे सड़क खराब होने का मुख्य कारण भी है इस और प्रशासन को ध्यान देना चाहिए जिससे ग्रामीणों को बेहतर सड़क सुविधा मिल सके
करवड क्षेत्र की जनता को कभी ना मिला पेटलावद आने जाने में सड़क का सुख

आपको बता दें कि पेटलावद जाने के लिए टेमरिया मार्ग भी है लेकिन टेमरिया मार्ग में भी इतने गड्ढे हैं कि पैदल जाना भी मुश्किल है यह सड़क पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत आती है लेकिन रखरखाव क्या भाव में पूर्ण रूप से खराब हो गई दूसरा मार्ग सारंगी होकर भी पेटलावद जा सकते हैं परंतु यह मार्ग लंबा पड़ता है इस मार्ग में भी करवड से सारंगी पूर्ण रूप से जर्जर हो चुका है ईश और भी प्रशासन का ध्यान नहीं है

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