ओबीसी मुख्यमंत्री कहलाने वाले शिवराज सिंह चौहान पिछड़ा वर्ग के हितों का हनन करने मे लगे है श्री बैरागी सुवासरा (निप्र)

✍️सुवासरा से पंकज बैरागी की खास रिपोर्ट
अखिल भारतीय जमीनी कार्यकर्ता आगे लावों समिति के मध्य प्रदेश मीडिया प्रभारी पंकज बैरागी ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव एवं नगरी निकाय चुनाव को लेकर काफी समय से हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक अन्य याचिकाओं के माध्यम से न्याय की लड़ाई लड़ रहे थे पूर्व में सुप्रीम कोर्ट द्वारा ओबीसी आरक्षण के मामले में प्रदेश सरकार ने ओबीसी आरक्षण की प्रक्रिया ट्रिपल टेस्ट के तहत पूर्ण कर जवाब देने को कहा था लेकिन उनके बावजूद सरकार ने डुलमल (डामॉडोल )रवैया कायम रखा मंगलवार को मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष श्री सैयदना जाफर जया ठाकुर की याचिका पर कोर्ट ने दो लागत में चुनाव की अधिसूचना जारी करने के आदेश देते हुए ओबीसी आरक्षण के मामले में प्रक्रिया का पालन नहि करने के चलते आगामी नगरी निकाय एवं पंचायत चुनाव बिना ओबीसी आरक्षण के होंगे जिसके कारण लगातार 50% आबादीको चुनाव में आरक्षण का लाभ नहीं मिलेगा सुप्रीम कोर्ट ने प्रदेश सरकार की स्थितियां निकाय चुनाव नहीं करवाने पर फटकार लगाते हुए आदेश दिए उनके साथ ही प्रदेश सरकार के द्वारा ओबीसी आरक्षण प्राकृतिक नहीं करवाने पर ओबीसी आरक्षण आ गया कि नहीं सिर्फ इसी आरक्षण के साथ चुनाव करवाने के हेतु आदेश दिए हैं जिसके कारण ओबीसी वर्ग बिना किसी आरक्षण के चुनाव में उतरने के लिए मजबूर होगा उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा से जुड़े हर संगठन आरक्षण को समाप्त करने एवं संविधान बदलने जैसे काम कर रहे यही कारण है कि एक तरफ शिवराज सिंह चौहान का ओबीसी आरक्षण को पिछड़ा वर्ग पक्ष में बोलती है वहीं दूसरी और उन पर अनियमितता संगठनों के एजेंटों को लागू करते हैं न्यायालय में ओबीसी वर्ग के लिए निर्धारित प्रतिक्रिया नहीं करते हैं जिसमें आधारित होता है कि ओबीसी वर्ग आरक्षण ही समाप्त हो जाता है मीडिया प्रभारी पंकज बैरागी ने कहा कि पूर्व में सरकार के दिए गए आदेश बावजूद ढीले बरसते हुए समय मिलने के बावजूद ओबीसी वर्ग को टेस्ट प्रतिक्रिया नहीं करवाना यही आप कहते है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ओबीसी वर्ग होने के बावजूद पिछड़ा वर्ग हितों पर पेट्रोल घात कर रहे हैं वहीं इनको आगामी मिशन 2023 विधानसभा चुनाव में ओबीसी वर्ग बीजेपी को करारा झटका देगे।

Exit mobile version