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स्कूली छात्रों को दी सायबर अपराध की जानकारी एवं बताया गया कि “सतर्कता” ही साइबर क्राइम से बचने का सबसे बड़ा उपाय होता है।

झाबुआ से चंद्रशेखर राठौर

झाबुआ पुलिस अधीक्षक झाबुआ अगम जैन द्वारा जिले में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के बीच जागरूकता पैदा करने और उन्हें सायबर धोखाधड़ी एवं सायबर अपराधों के खिलाफ सुरक्षित एवं संवेदनशील बनाने के लिए “सायबर जागरूकता दिवस” मनाये जाने हेतु निर्देशित किया गया। उक्त निर्देशों के पालन में आज दिनांक 07.12.2022 को प्रोग्रेसिव एकेडमी एवं मॉडल स्कूल पेटलावद में एसडीओपी पेटलावद सुश्री सोनु डावर, उप पुलिस अधीक्षक(अजाक) राकेश आर्य, उप पुलिस अधीक्षक (महिला अपराध) श्रीमती वर्षा सोलंकी, थाना प्रभारी पेटलावद निरी. राजु सिंह बघेल, आर. 552 महेश प्रजापति, आर. दंगल पटेल, मआर. मनीषा के द्वारा उपस्थित 1000 से अधिक बालक-बालिकाओं को सायबर अवेयरनेस के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

उप पुलिस अधीक्षक (अजाक) राकेश आर्य द्वारा बच्चों को बताया गया कि जैसे-जैसे तकनीक का उपयोग बढ़ता जा रहा है, वैसे-वैसे साइबर अपराध भी बढ़ते जा रहे हैं। साइबर अपराधी आपके साथ साइबर फ्रॉड करने के नये-नये तरीके निकालकर आपके साथ धोखाधड़ी कर रहे है। कभी मोबाइल पर लॉटरी-बोनस का मैसेज भेजकर तो कभी सरकारी योजना के तहत फ्री सामान बांटने का लालच देकर, साइबर अपराधी इंटरनेट इस्तेमाल कर रहे हर व्यक्ति को शिकार बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इस कारण साइबर क्राइम से बचने का सबसे बड़ा उपाय सतर्कता ही है। डार्क वेब के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि आपको आपकी निजी जानकारी किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ शेयर नहीं करनी है। निजी जानकारी के अंतर्गत आपके बैंक खाता नंबर, कार्ड नंबर, CVV नंबर, पासवर्ड, OTP या मोबाइल नंबर व फोटो भी किसी को नहीं बताना है। पेटलावद क्षेत्र में आमजन को जन चेतना शिविर के माध्यम से SC/ST एक्ट के प्रति जागरूक किया गया और पेसा एक्ट के तहत शांति और विवाद निवारण समिति के संबंध में जानकारी दी।

एसडीओपी पेटलावद सुश्री सोनु डावर द्वारा बताया गया कि ऑनलाईन पढाई करने से बच्चों के हाथ में अब पहले के मुकाबले अधिक समय तक मोबाइल रहता है। ऐसे में उनके साथ साइबर अपराध का शिकार होने की आशंका भी बढ़ गई है। बच्चों के खिलाफ सायबर अपराध जैसे सायबर स्टाकिंग, सायबर बुलिंग, सायबर उत्पीड़न, चाइल्ड पोर्नोग्राफी, बलात्कार सामग्री आदि भी तेजी से बढ़ रहे हैं। ऑनलाइन दुनिया में सुरक्षित रहने के लिए, सायबर की कुछ सुरक्षित प्रथाओं का पालन करना महत्वपूर्ण है, इसके बारे में बच्चों को विस्तार से जानकारी दी गई। एवं बताया गया कि अनजान नंबरों से आए वीडियों कॉल को कतई ना उठाएं, नहीं तो आप ठगी के शिकार हो सकते है।

उप पुलिस अधीक्षक(महिला अपराध) श्रीमती वर्षा सोलंकी द्वारा मॉडल स्कूल पेटलावद में बच्चों के साथ उनके कैरियर के बारे में बात कर उनको मोटिवेट किया गया। साथ ही ग्रामीण महिलाओं से खाद वितरण केन्द्र पर सामान्य बाते कर जाना की उनकी दैनिक कार्यशैली क्या रहती हैं और उन्हें यदि कोई समस्या हो तो वे कहा जाते हैं तथा महिला हेल्प लाइन नंबर भी दिए।

निरी. राजु सिंह बघेल द्वारा साइबर अपराध को रोकने और अपनी व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखने के बारे में जानकारी दी गई। बच्चों से उनकी पढ़ाई के बारे में उनके आगे आने वाले भविष्य के कैरियर के बारे में चर्चा की गई। साथ ही यातायात के नियमों के बारे में जानकारी दी गई।

साइबर क्राइम से बचने के उपाय :-

  1. कभी भी लॉटरी या इनाम के झांसे में किसी को अपनी जानकारी शेयर न करे।
  2. किसी भी अनजान व्यक्ति द्वारा बैंक संबंधी जानकारी जैसे उपयोगकर्ता का आईडी पासवर्ड /ATM कार्डनंबर /पिन /CVV नंबर/ OTP नंबर आदि मांगे जाने पर प्रदाय ना करें। बैंक कभी भी फोन पर बैंक संबंधी जानकारी नहीं मांगते हैं।
  3. गूगल के माध्यम से कस्टमर केयर नंबर सर्च करने के लिए अधिकृत वेबसाइट को ही चुने।
  4. अनजान लिंक पर क्लिक न करे।
  5. सोशल मीडिया पर प्रोफाइल पिक्चर को लॉक व सिक्योर करके रखे।
  6. कभी भी 2 स्टेप वेरीफिकेशन चालू रखे।
  7. बैंकिंग App में लॉक लगा के रखे।
  8. अनजान एप्प को Play Store के अलावा दूसरे प्लेटफॉर्म से डाउनलोड न करे।
  9. किसी भी अनजान एप्प को मोबाइल की (जैसे गैलरी, कॉन्टेक्ट, लोकेशन) परमिशन न दे।
  10. ट्रांजैक्शन करते समय किसी भी रिमोट एक्सेस एप जैसे टीमव्यूअर/एनीडेक्सआदि को मोबाइल में इंस्टॉल ना करें।
  11. नौकरी की ऐसी पेशकश से बचे जिसमें आपको पैसे जमा करने के लिए कहा जा रहा हो।
  12. किसी को भी अपना मोबाइल न दे।
  13. फेसबुक और व्हाट्सएप मैसेंजर का उपयोग कर युवक/युवतियों के अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल कर, की जा रही फिरौती की मांग से बचे।
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