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घर-घर दस्तक देकर दस्तक अभियान से लोगो को करे जागरूक।

झाबुआ जिला प्रमुख ब्यूरों चीफ चंद्रशेखर राठौर

झाबुआ 11 जुलाई 2022 आज कलेक्ट्रेट कार्यालय के सभागार मे कलेक्टर सोमेश मिश्रा की उपस्थिति में दस्तक अभियान की जिला स्तरीय कार्यबल बैठक आयोजित की गई। प्रदेश के सभी जिलो में दस्तक अभियान 18 जुलाई से 31 अगस्त, 2022 तक चलाया जाएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जेपीएस ठाकुर ने दस्तक अभियान की समस्त तैयारियों के बारे में अवगत कराते हुए कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य 0 से 5 वर्ष के बच्चों में गंभीर रोगो की पहचान व प्रबंधन, दस्त रोग, एनीमिया, कुपोषण रोग के संक्रमण एवं उससे होने वाले संक्रमण से बच्चों की असमय मृत्यु हो जाती है तथा सामान्य दस्त प्रबंधन ओआरएस जीवनरक्षक घोल तथा बच्चो के उम्र आधारित पोषण का उचित ध्यान रखने से 0-5 वर्ष के बच्चों मे होने वाली मृत्यु मे कमी आती है। महिला बाल विकास विभाग के सशक्त सहयोग से स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं महिला बाल विकास के ऑगनवाड़ी कार्यकर्ता ,आशा कार्यकर्ता सभी घर-घर दस्तक देकर अभियान में लोगों को जागरूक कर स्वास्थ्य परीक्षण करेंगे तथा दस्तक अभियान को सफल बनाएंगे। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ राहुल गणावा ने बताया की जिले को राज्य शासन से 136822 हजार बच्चो का लक्ष्य इस अभियान के लिए दिया गया है जिसकी दस्तक मानिटरींग टूल में 140421 हजार बच्चे कुल 103 प्रतिशत नामजद पंजीयन कर डाटा अपडेट कर लिया गया हैं और मैदानी टीम अपनी कार्ययोजना अनुसार हर घर दस्तक देकर अभियान के बारे में बताएं यह हमारा उद्देश्य है। अभियान की सशक्त मानिटरींग हेतु जिला स्तर से लेकर मैदानी स्तर तक प्रभावी सुपरविजन की कार्ययोजना बनाई जाकर उनकी ऑनलाइन सुपरविजन दस्तक मानिटरींग टूल में की जायेगी। कलेक्टर ने कहा की महिला बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग समन्वय स्थापित कर लोगों को इस अभियान के बारे में बताएं। उन्होंने कहा की जन जागरूकता करने के लिए माइकिंग, नारांकन, पंपलेट, पोस्टर आदि के द्वारा प्रचार प्रसार किया जाए। कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया की दस्तक अभियान में सभी स्वास्थ्य केंद्रों में पर्याप्त मात्रा मे ओआरएस एवं अन्य दवाइयां आदि।
चिकित्सकिय प्रबंधन शतप्रतिशत सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा की चिकित्सक एवं पेरा मेडिकल स्टाफ समन्वय के साथ जनसेवा की भावना से कार्य करें तभी यह अभियान सफल हो सकेगा। उन्होंने कहा की अभियान के दौरान जन्मजात विकृति के बच्चों को चिन्हित करें और आरबीएसके कार्यक्रम के अंतर्गत इनका उपचार भी कराए। साथ ही अति कुपोषित बच्चों को पास के एनआरसी में भर्ती कराए। सीवियर एनिमिया का समस्त स्वास्थ्य केंद्रो पर उचित प्रबंधन के साथ रक्ताधान करने की समुचित व्यवस्था अभियान पूर्व ही सुनिश्चित की जावे साथ ही रक्तदान शिविर अधिक से अधिक लगाये जाने के लिये जिला रक्तकोश अधिकारी डॉ राजीव परमार को निर्देशित किया गया।
शालेय डीपीटी -टीडी टीकाकरण अभियान की शुरुआत 16 अगस्त से 31 अगस्त तक की जायेगी जिसमे कक्षा पहली, पॉचवी और दसवीं मे अध्ययनरत बच्चो का सकूलो में तथा शाला त्यागी बच्चों का समुदाय मे आगनवाडी़ केन्द्रो पर किया जायेगा। ईस हेतु राज्यशासन के दिशा- निर्देशानुसार शिक्षा विभाग, महिला बाल विकास विभाग, पंचायत विभाग तथा जनमानस मे जागरूकता हेतु जनसंपर्क विभाग द्वारा गतिविधीयो को प्रारंभ करने के निर्देश कलेक्टर महोदय द्वारा दिये गये।
कोवीड 19 टीकाकरण के प्रिकाशन डोज 60$ और 12-14 तथा 15-18 आयु वर्ग के द्वितीय डोज यथा शीघ्र पूर्ण कराये जाने के निर्देश समस्त एसडीएम/सीईओ/तहसीलदार /बीएमओ/बीईओ/बीआरसी को दिये गये।
कार्यशाला में सीईओ जिला पंचायत सिद्धार्थ जैन, अपर कलेक्टर एसएस मुजाल्दा, डिप्टी कलेक्टर तरूण जैन, एसडीएम एल एन गर्ग, एसडीएम मेघनगर श्रीमती अंकिता प्रजापति, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास राधू सिंह बघेल, सहयक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग, डीपीएम राजाराम खन्ना, खंड चिकित्सा अधिकारी ,सीडीपीओ,बीईओ/बीआरसी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
वीडियों कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पेटलावद शिशिर गेमावत, थांदला अनिल भाना, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती प्रिति संघवी एवं समस्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत समस्त तहसीलदार, समस्त बीएमओ, समस्त सीएमओ, समस्त सीईओ, जनपद पंचायत जुडे थे।

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