सितामाऊ – संजय व्यास
खबर मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले से। एक तरफ भारत देश के यशस्वी प्रधानमंत्री जवान और किसान के बिना संभव नहीं है राष्ट्र निर्माण की बात करते हैं वही मध्य प्रदेश के मुखिया शिवराज जी मध्यप्रदेश में भूतपूर्व सैनिकों का 10% अधिकार पहले ही छीन चुके पुलिस भर्ती में हैं अब रहे किसान जिन की फसल घर आते आते खेतों में रह गई और शिवराज सरकार की तरफ बड़ी आस से किसान देख रहे हैं किंतु मामा जी ध्यान नहीं दे रहे हैं 2023 विधानसभा चुनाव आ रहे हैं जो ज्यादा दूर नहीं है एक तरफ शिवराज जी ने देश की रक्षा करने वाले जवानों का अधिकार पुलिस भर्ती मैं नहीं देकर उनके अधिकार उनसे छीन लिए और दूसरी तरफ किसान अब राज्य सरकार के भरोसे हैं मामा जी यही हाल रहा तो क्या होगा मध्य प्रदेश का क्योंकि आप घोषणाओं में ध्यान दे रहे हैं काम पर नहीं अगर कार्य पर ध्यान देते हैं तो आज कांग्रेस की गिराई हुई सरकार के आप मुखिया नहीं होते आप अपनी जीती हुई सरकार के मुखिया होते हैं आपको गहन विचार विमर्श करना चाहिए किस देश की खुशियाली, विकास और राष्ट्र निर्माण में सबसे बड़ा योगदान भारत देश के किसान और जवान का है आप उनके अधिकारों को छीनने का घोर कृत्य कर रहे हैं। राज्य सरकार ने तो राज्य के भूतपूर्व सैनिकों के सम्मान हेतु मंडल को सर्कुलर जारी कर दिया किंतु मंदसौर जिले और सीतामऊ तहसील के भूतपूर्व सैनिकों ने सम्मान समारोह का विरोध किया किंतु फिर भी राज्य सरकार नही जागी। केंद्रीय नेतृत्व को भी इस विषय में ध्यान देना चाहिए चुकी सभी राज्यों में भूतपूर्व सैनिकों को 10 से 15% आरक्षण आज भी है। पड़ोसी राज्य राजस्थान में वर्तमान में कॉन्ग्रेस सत्ता में हे जिसपर देश द्रोह का आरोप लगाया जाता है किंतु उन्होंने भी मामाजी जैसा कृत्य नही किया। आपने देखा ही होगा वर्तमान जिला पंचायत के चुनाव में रामगढ़ के एक भूतपूर्व सैनिक जिसके आगे बीजेपी बोनी साबित हुई थी दो दो कैबिनेट मंत्री लोक प्रिय सांसद विधायक भी कम पड़ गए थे। जबकि उनके सामने फतेहगढ़ के भगवान सिंह शक्तावत पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जिस तरह 10,000 वोटो से हारे उससे यह तो स्पष्ट है कि मामा जी की सरकार अपना वर्चस्व जनता के बीच खोती जा रही है पता नहीं मामा जी क्यों मोदी सरकार की आशाओं के विपरीत कार्य कर रहे हैं जो पार्टी राष्ट्रहित सर्वोपरि और राष्ट्र निर्माण की बात करती है उसके मुखिया हर दीपावली होली जवानों के बीच मानते हे। यहां कटनी और करनी में अंतर दिखता हे मामा जी से विनम्र विनती है कि आप घर से बाहर निकले देश के किसान के बारे में सोचें और जवान का जो अधिकार 10% आरक्षण जिसको वापस देने का वादा जो आपने देश के जवानों से किया उसको निभाए तथा मध्य प्रदेश के किसानों को उनका अधिकार बीमा कंपनी से जल्द से जल्द दिलवाए। आपको ज्ञात ही होगा मन्दसौर जिले ने किसान आंदोलन में अपने पांच किसान भाईयो को खोया था और विपक्षी दल ने इस मुद्दे को जोरशोर से उटाया था फिर भी किसानों ने मोदी सरकार को उज्जैन संभाग से 8 में से 7 पर जीत दी थी फिर तो राज्य सरकार को सोचना समझना चाहिए कि अगर किसान और जवान को नजर अंदाज किया या गलत फेहमी पाली की किसान जाए तो कहा तो ये राज्य सरकार की बड़ी भूल होगी और तो और जब दिल्ली में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान धरने पर बैठेंगे तब भी मध्य प्रदेश के किसानों ने मोदी सरकार का साथ दिया था किंतु मामाजी किसान जवान के राष्ट्र निर्माण को उनकी मजबूरी मान रहे है जो उनकी भूल हे जल्द ही 2023 में चुनाव है मामाजी अपने वादे पूरे करे और मोदी सरकार के राष्ट्र निर्माण में सहभागी बने।