बच्चों का बचपन मोबाइल में खो गया- कवि सुनील व्यास
डूंगला- प्रसिद्ध शक्तिपीठ बड़वाई चक्र भवानी माताजी मंदिर प्रांगण में नवरात्रि महोत्सव के तहत एकादशी पर भव्य मेले का आयोजन किया गया जिसमें हजारों की संख्या में मेलार्थी मेले में पहुंचे । मेले में लोगों ने जमकर खरीदारी की चाट पकौड़ी ,चकरी डॉलर सहित ठंडे पेय का आनंद लिया । इस मौके पर पूरे मंदिर को फूलों से सजाया गया वहीं प्रतिमा को विशेष श्रृंगार भी धराया गया । बुधवार रात्रि में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें देश के ख्यातनाम कवियों ने कविता पाठ किया ।
कवि सम्मेलन का शुभारंभ कवियत्री दीपिका मही ने मां शारदे की वंदना के साथ किया । जिसके बाद गीतकार बाबू बंजारा बांरा ने अपने मधुर गीत आया नणदी का बीरा थारी याद सतावे…. सुन सुन रे नखराली नार… सहित गीतों से श्रोताओं को देर रात तक रोके रखा वही लाफ्टर फेम सुनील व्यास हास्य रस के साथ आदर्श की बातें भी सिखा गए , कवि सुनील व्यास ने पब्जी खेलने वाले छोरे क्या जानते मार दड़ी का खेल…. बचपन में मोबाइल नहीं ऊचे सपने देखो और मां के पास बेठो … यह बचपन ना जाने कहां खो गया बच्चों का बचपन मोबाइल में खो गया.. कविता पाठ करते हुए बच्चों को मोबाइल से दूर रहने की सीख दी । कवियत्री दीपिका माही ने प्यार मोहब्बत की बात कर गजलों के माध्यम से युवाओं को खुश किया । कवि राणा राजस्थानी ने पन्नाधाय …बेटी छोटी ही रहना तू बड़ी मत हो जाना तू….. कविता मार्मिक चित्रण किया । कवि संपत कबीर , देवेंद्र प्रताप सिंह आग सहित कवियों ने कविता पाठ कर लोगों को खूब हंसाया । कवि सम्मेलन का संचालन कवि प्रकाश नागौरी उदयपुर ने किया । मंदिर मंडल अध्यक्ष मदन लाल मेनारिया ,उपाध्यक्ष गोकुल माली, मंत्री रवि श्रीमाली, कोषाध्यक्ष हीरा लाल गायरी, सह मंत्री राजेश जोशी सहित पदाधिकारियों वह ग्रामीणों ने सभी अतिथियों का स्वागत सम्मान किया । मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए शंभू लाल गायरी द्वारा दिन भर मोतीचूर का प्रसाद निशुल्क वितरण किया गया वही युवाओं द्वारा की गई पेयजल की व्यवस्था सराहनीय रही ।