प्रशासन की नाक के निचे चल रहा है जनरल स्टोर की आड़ मे क्लिनिक।
जनरल स्टोर की आड़ में चल रहा झोलाछाप डॉक्टर का क्लिनिक

झाबुआ से चंद्रशेखर राठौर
पेटलावद बामनिया से खबर मिल रही है की झाबुआ जिले में अभी भी झोलाछाप डाक्टरों का कहर नहीं रुक रहा है हर गाव गाव फलिये मे इन झोलाछाप डाक्टरों का क्लिनिक चल रहा हैं ओर यह सब प्रशासन की नाक के निचे हि चल रहा है। उसके बाद भी जिला ओर तेहसील स्तर पर कार्यवाही के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति की जाति है। जिससे इनके हौसले ओर बुलंद हो रहे है की ज्यादा से ज्यादा क्या होगा ले देकर समझ लेंगे आप बोलो कितना लोगे। ओर इसी लिए सायद इन झोलाछाप डाक्टरों के होसले बुलंद है। ओर जिले से लेकर सभी जगह यह झोलाछाप डाक्टर निडर होकर अपना क्लिनिक चला रहे है। अभी जानकारी मिली है की इनको अधिकारी के आने की पहले हि खबर मिल जाति है की साहब आ रहे है ओर ये इनका झोला समेट लेते है। ओर प्रशासन को चकमा देकर बच जाते है। ऐसा हि एक मामला सामने आया है जो की पेटलावद से 10 किमी दूर स्थित ग्राम बामनिया का है जहा पर जनरल स्टोर की आड़ में झोलाछाप डॉक्टर बिना किसी डर के खुल्ले आम अपना क्लीनिक चला रहा हैं। जिस पर प्रशासन की कार्यवाही तो होती है लेकिन आपसी साठ गांठ कर सिर्फ खाना पूर्ति की जाती हैं। जबकि हम आपको बता दे की ग्राम बामनिया में ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी है। लेकिन उसके बाद भी इन झोलाछाप डॉक्टरों के द्वारा तमाम नियमो को ताक पर रखकर अपना बिंदास चला रहे है। ओर साथ हि कार्यवाही से बचने के लिए क्लिनिक के आगे जनरल स्टोर खोल लिया है ताकि किसी को खबर नहीं लगे और जब झोलाछाप डॉक्टर पर कोई कार्यवाही की मांग की जाती है। तो कार्यवाही की सूचना पहले ही इनको मिल जाती है। अब देखना यह है की क्या प्रशासन इस खबर पर कार्यवाही करता है। या फिर कोई सेटिंग कर इस मामले को रफादफा कर देगा। या इस खबर को संज्ञान में लेकर इस झोलाछाप डाक्टर की सटर बन्द करेगा। या कुछ ले देकर इस मामले को दबा दिया जायेगा। ओर कुछ दिन बाद पुनः यह क्लिनिक ओपन हो जायेगा यह देखना बहुत हि दिलचस्प होगा की जिले का प्रशासन अपनी वाह वाही लुटता है या यह सब जानकार भी अंजान बना रहेगा। क्या प्रशासन इस पर कोई ठोस कार्यवाही करेगा या नही।



























