दिशा एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क – विक्रम सिंह राजपूत की रिपोर्ट
मध्यप्रदेश के मुखिया श्री शिवराज सिंह जी चौहान प्रदेश में अभी सी एम राइज स्कूल खोलने में व्यस्त है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार जिले में ऐसे करीब 20 स्कूल से भी अधिक है जिन्होंने शिकायत करि है कि पी एच ई विभाग से कार्य मे गुणवत्ता पूर्ण नही किया गया है। और ठेके वाले छुट्टी के दिन स्कुलो में कार्य करके चले गए है।जिसके कारण कई जगह घटिया काम हुवा है। किसी भी उच्च अधिकारी ने जिले में हुवे पीएचिई के कार्यो का आंकलन नही किया है। मल्हारगढ़ तहसील के स्कुलो के स्कुलो में शुद्ध पानी भी बच्चों से दूर है। यह मामला है मल्हारगढ़ तहसील के प्राथमिक स्कूल हाथीबोलिया के ग्रामीण करन सिंह डांगी , भीमसिंह डांगी ,सुरेश डांगी सालगराम डांगी, राय सिंह डांगी ,मोहन सिंह डांगी, गोपाल डांगी रामकुंवर डांगी , बापूलाल डांगी ,मांगीलाल डांगी ,समरथ डांगी ,सालग राम डांगी ग्रामीणों यहाँ पी एच विभाग से बच्चों को पानी पीने के लिए पानी की टँकी ओर नल के साथ ट्यूवेल मोटर पम्प लगाकर ठेकेदार चला गया। यहाँ न तो पानी की शुद्धता का आकलन किया गया और नही कोई जिम्मेदार ने इस बात की सुध ली। ओर नही कहि भी पानी की टेस्टिंग रिपोर्ट नही है। पानी मे नमक की अधिकता होने से कई प्रकार की बीमारियां शरीर के अंदर हो सकती है जिसके कारण छात्रों के माता पिता भी चिंतित है। यहाँ के शिक्षकों ,बच्चों से जानकारी मिली कि पानी में नमक की मात्रा अधिक है। पानी मे खारा पन है।जिसके कारण बच्चे इस पानी का उपयोग पीने के लिए नही करते है ।यहाँ पढ़ाने वाले शिक्षक पास के कुवे से पानी की केन भरकर लाते है। और वह पानी बच्चों को पिलाते है। ग्रामीणों का कहना है कि पास में ही सरकारी कुवा है जिसमे अच्छा पानी है। अगर वहाँ से ग्राम पंचायत या अधिकारी व्यवस्ता कर देवे तो बच्चों को अच्छा पानी मिल पायेगा।
*इनका कहना – पानी मे लवण की मात्रा (खारे पन ) वाले पानी मे फ़्लोरिन की मात्रा अधिक होती है। जिसके कारण समय से पहले दांतो का गिरना, शरीर मे पथरी होना, हड्डियां कमजोर होना जैसी बीमारियां शरीर मे होती है।
डॉक्टर जगदीश गेहलोद – प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नाहरगढ़।।