मगर अपने ही प्रिय रामा तहसील मे जहा पर अत्यधिक दौरा किया जाता है। वहा पर भी आपके आला अधिकारी इतनी संख्या नहीं बुला सके की इस कर्यक्रम मे उपस्थित हो सके।
वाह क्या बात हैं।आपकी इस कार्यक्रम में स्टॉफ के ही लोगो को बिठाकर इतीसी प्रात करने का अच्छा तरीका निकला है साहब
झाबुआ जिला प्रमुख ब्यूरो चीफ चंद्रशेखर राठौर
झाबुआ जिले में जिला कलेक्टर महोदय के कहने पर रामा मे ही अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के उपलक्ष में जिला स्तर पर एक गरिमा पूर्ण समारोह का आयोजन किया था। लेकिन क्या करे जिले का कार्यक्रम हैं तो करना तो पड़ेगा। तो चल दिये साहब रामा अब ले दे के किसी भी प्रकार का दौरा करना हो तो रामा मे किसी गतिविधि करना हो तो रामा यानी की कलेक्टर साहब को रामा के आलावा ओर किसी तहसील का नहीं सुजाता। यह तो वही कहावत हो गई की आंधा उठे ने घरना इस बात को चरितार्थ करती है आपकी हर योजना को आपका बार बार रामा मे जाना जिससे की अन्य क्षेत्र मे क्या हो रहा हैं पता भी चल रहा होगा।
कैसे पता चलेगा जब एक कड़ी दूसरे से जुड़ी हो
अभी मेघनगर ओर थान्दला मे 100 करोड़ के गोठाले की बात सामने आई है। उसके बाद पेटलावाद क्षेत्र की जनता मे भी काफी आक्रोश हैं। अब रही रानापुर ओर रामा जो की एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं इस लिए अपनी बची कुची इज्जत बचाने के लिए झाबुआ कलेक्टर साहब रामा के दौरे पर निकल जाते है ओर अपना कार्य कर दिखावा करके इतीसी प्राप्त कर के निकल जाते हैं।
अब सोचने की बात है की जो साक्षरता को बढ़ावा देकर अपने क्षेत्र मे विकास की बात करते है तो आप ही बताये की पेटलावाद की पंचायती दुकानों का क्या हुआ?
जनता तो सब जानती हैं।
थान्दला मे क्या हुआ वहा अवैध भूमाफियों ने क्या किया?
जनता सब जानती है।
इस लिए आपकी राह देख रहे हे की आप कुछ करेंगे। लेकिन आप तो उनके भी ऊपर वाले बनकर बैठे हुए है। किसी प्रकार की सुनवाई ही नहीं कर रहे है। आपके निर्देशों का पालन ही आपके अधिकारिओं के द्वारा नहीं किया जा रहा हैं।
ओर आप कह रहे है की
जिसमें जिले के सभी विकास खंडों से नवसाक्षर एवं अक्सर साथियों ने भाग्य जिले में चलाए जा रहे और से अक्षर अभियान के तृतीय चरण की शुरुआत की गई जिसमें कलेक्टर सोमेश मिश्रा द्वारा जिले के सभी शिक्षित लोगों से आव्हान किया है कि हर व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें तो जिले को पूर्ण साक्षर कर पाएंगे उन्होंने साक्षरता टीम को बधाई देते हुए कहा कि आगे हमें पूरे मन के साथ काम करने की जरूरत है जो लोग बच गए हैं उन्हें साक्षर करना बहुत जरूरी है यह अभियान लोगों को ठगी से बचाता है। लेकिन आप ओर आपके अघिकारी ही इनको ठगने का कम कर रहे है। उनका क्या ? लोगों में आत्मविश्वास पैदा करता है साथ ही जागरूकता के बारे में सभी लोगों को जागरूक करता है और साक्षर अभियान ने बहुत अच्छा काम किया इसमें मध्य प्रदेश सरकार ने हमारी आखर पेटी को स्वीकार किया और सभी जगह पढ़ने लिखने की सामग्री झाबुआ की तर्ज पर बनाने का निर्देश दिया। लेकिन कागजी कार्यवाही के बजाय जमीनी स्तर पर क्या हो रहा हैं। यह किसी को पता नहीं चल रहा हैं
साथ ही झाबुआ जिले में और साक्षर अभियान पायलट प्रोजेक्ट के रूप में थांदला पेटलावद विकासखंड में लागू किया गया था द्वितीय चरण पूरे जिले में लागू किया गया और तृतीय चरण संपूर्ण जिले में लागू कर प्रत्येक निरक्षर को साक्षर बनाने का संकल्प हम लोगों ने लिया है। सभा कक्ष में उपस्थित सभी लोगों ने शपथ ग्रहण की कि हम सभी पढ़े लिखे लोग इस अभियान में जिम्मेदारी पूर्वक कार्य करेंगे। लेकिन ईमानदारी कही देखी गई हे क्या अभी तक अभियान में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अक्सर साथियों को पुरस्कृत किया गया है। वो भी चयनित हुए हे पहले से की किसको पुरस्कृत करना है।
काम किसी ओर का ओर नाम किसी ओर का गजब खेल खेला जा रहा हैं।
झाबुआ जिले में राणापुर विकासखंड में समय झाबुआ में पर्वर्ट मेघनगर विकासखंड में हत्या दिल्ली रामा विकासखंड में छापरी और रूपारेल आदि।
यह तो पहले ही स्पस्ट हो गया की आप रामा ओर रानापुर को ही तजुवब देते हैं। ओर उन्ही को अक्सर साथियों को पुरस्कृत किया गया है। साथ ही झाबुआ जिले में स्वयंसेवी संस्था एजुकेटेड गर्ल एवं समावेश के स्वयंसेवकों ने इस अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है तो आपके आला अधिकारी क्या कर रहे हैं।
इस हेतु संस्थाओं को भी पुरस्कृत किया ताकि सामाजिक तो पर आप उनके साथ जुड़े रहे। इसी लिए महा संगठन के नीरज सिंह जी राठौर एवं उनकी टीम द्वारा अक्सर साथियों को टी-शर्ट प्रदान किए गए जिले में साक्षरता अभियान जोर शोर से चलाए जाने हेतु सभी विकास खंडों में अनुविभागीय अधिकारियों के मार्गदर्शन में रैलियों का आयोजन किया गया साथ ही वाद विवाद प्रतियोगिता निबंध प्रतियोगिता एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया विकासखंड प्रभारियों द्वारा मुस्तैदी से इस अभियान में कार्य किया जा रहा है। अंत में झाबुआ जिले में और साक्षर अभियान में किए गए कार्यों पर एक फिल्म का विमोचन किया गया जो अभियान की संपूर्ण जानकारी को स्पष्ट करती है। यह तो वाही बात हो गई की तु जो बताये मे वही देखु की तर्ज पर यकीन करो। इस कार्य क्रम के आयोजन पर एसडीएम झाबुआ शएल.एन. गर्ग, जिला विधिक सहायता अधिकारी सागर अग्रवाल उपस्थित रहे थे।