सुवासरा-नगर में जैन समाज ने दोपहर 2बजे एक रैली निकाली गयी। रैली नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुवे तहसील कार्यालय पहुची जहाँ एक ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में मांग की गई है कि जैन तीर्थंकरों और अनंत संतों की मोक्ष स्थली श्री सम्मेद शिखरजी पर्वतराज गिरिराज की पहचान, पवित्रता और संरक्षण के लिए जोनल और पर्यटन मास्टर प्लान सूची से बाहर किया जाए। बता दें महारैली को राजनीतिक दलों सहित अन्य समाजों का समर्थन प्राप्त हुआ।
6 सूत्री मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन
दरअसल, पार्श्वनाथ पर्वतराज को बिना जैन समाज की सहमति के इको सेंसेटिव जोन के अंतर्गत वन्य जीव अभयारण्य का एक भाग और तीर्थ माना जाता है। इसलिए समाज के द्वारा मांग की गई है कि तीर्थराज की स्वतंत्र पहचान और पवित्रता नष्ट करने वाली इस अधिसूचना को अविलंब रद्द किया जाए। पार्श्वनाथ पर्वतराज और मधुबन को मांस मदिरा की बिक्री मुक्त पवित्र जैन तीर्थ स्थल घोषित किया जाए। पर्वतराज से पेड़ों का अवैध कटान, पत्थरों का अवैध खनन और महुआ के लिए आग लगाना प्रतिबंधित हो। इस प्रकार की 6 सूत्री मांगों का ज्ञापन के माध्यम से सकल जैन समाज ने मांग की गई कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और झारखंड के मुख्यमंत्री तुरंत इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करें। इस अवसर पर जैन समाज के सचिव पारस जैन, कोषाध्यक्ष मुकेश जैन, धर्मेंद्र जैन, कमल जैन ,राजकुमार दलाल, रमण लाल जैन, विजय जैन, संजय जैन, पंकज जैन डाबर, अनिल जैन, महिला मंडल सहित बड़ी संख्या में समाजजन के साथ नगरवासी मौजूद थे।