दिनांक 9 अक्टूबर 2022 रविवार को राजस्थान मध्य प्रदेश के अफीम खेती से जुड़े 1997-98 से 2022 तक खेती कर रहे और 1997-98 अफीम खेती कर चुके हैं सभी किसानों का विशाल अफीम किसान सम्मेलन बड़ी सादड़ी कृष्ण वाटिका मैं आयोजित होगा। किसान मार्फिन नहीं जानते
मार्फिन किसान के हाथ में नहीं प्रकृति पर निर्भर है लेकिन मार्फिन है मार्फिन मार्फिन की आड़ में
वर्तमान में अफीम नीति 2022 23 को पारदर्शी अव्यवहारिक और भ्रष्टाचार युक्त बना दिया है।
अपारदर्शी अफीम खेती की नीति की आड़ में पिछले वर्षों में भोले कम पढ़े लिखे बुजुर्ग किसानों को हजारों लाखों रुपए से लूटा जा चुका है।
अब लूट बर्दाश्त की सीमा से बाहर है अफीम नीति 2022-23 चेंज किया जाए और सीपीएस हमने कभी भी नहीं मांगा तो हमको सीपीएस नहीं देकर 1997-98 में अफीम खेती कर चुके सभी किसानों को समान आरी के लुवाई चिराई के अफीम पट्टे दिए जाए।
पिछले वर्ष मार्फिन की आड़ में धोखे से सीपीएस पद्धति में डाल दिए सभी किसानों को भी लुवाई चिराई के अफीम पट्टे मिले।
अफीम नीति 2022-23 को संशोधित कर पांच सूत्री ज्ञापन के अनुरूप अफीम नीति संशोधित कर देश व किसानों के साथ न्याय किया जाए इस हेतु राजस्थान मध्य प्रदेश के किसान उपस्थित हो रहे हैं आप सभी किसान भाइयों से अपील है बेफालतू नारकोटिक्स विभाग के चक्कर लगा लगा कर अपना समय व धन बर्बाद ना करें 2008 से 2022 संघर्ष कर रहे संघर्षी किसानों के संघर्ष का साथ दें अफीम खेती की नीति अति शीघ्र संशोधन होगी।
बोलेगा इंडिया तो ही बढ़ेगा इंडिया यदि आप जाग जाएंगे तो निश्चित रूप से किसानों को न्याय मिलेगा और यदि आप नहीं जगे तो जिस प्रकार से ईस्ट इंडिया कंपनी ने पूरे भारत पर कब्जा कर लिया ठीक उसी प्रकार से किसानों को भी कंपनीयों और नारकोटिक्स विभाग का गुलाम रहना पड़ेगा।
सभी किसानों को समान आरी के लुवाई चिराई के अफीम पट्टे भी मिलेंगे और भारत कि विश्व प्रसिद्ध बढ़िया अफीम जो षडयंत्र पूर्वक घटिया की जा रही है वह अफीम भी घटिया होना भी बंद हो जाएगी।
मांगीलाल मेघवाल बिलोट
किसान पुत्र शिक्षक संरक्षक भारतीय अफीम किसान संघर्ष समिति राजस्थान मध्य प्रदेश
9929159539