झाबुआ से चंद्रशेखर राठौर
पेटलावद में बने नविन शिविल हॉस्पिटल की सचाई बताती इन तस्वीरों को देखिये ध्यान से की किस तरह से मरीजों का किया जाता है इलाज। कहने को यह झाबुआ जिले का दूसरा बड़ा हॉस्पिटल हे। जहा पर सर्व सुविधाएं बताई जाति है वही इस शिविल हॉस्पिटल की बात कहे तो प्रशासन द्वारा सर्वसुविधा युक्त तैयार किया गया है, परंतु शासन की मंशा का अर्थ ही अलग आक रखा है। ओर यहा के डाक्टरो के द्वारा किस तरह से इस हॉस्पिटल की दज्जिया उड़ाया जाती है। आप भी यहां जाकर देख सकते है। की यहा पर किस तरह से मरीजनों के परिजनों से बात करते है।
ओर जिले के डाक्टरो के द्वारा प्रशासनिक अधिकारिओ के द्वारा झोला छाप डाक्टरों के विरुद्ध मुहिम चला रहा है। लेकिन खुद के अधिकारी ही खुद प्रशासन की पोल नही देख पा रहा है। कहने को तो यहा पर एक से एक बढ़कर डिग्रीधारी डाक्टरो की कमी नहीं हैं। लेकिन कुछ डॉक्टर ड्यूटी के समय हॉस्पिटल ना होकर घर पर क्लिनिक चलाने में व्यस्त होते हैं। गम्भीर मामले में कई बार परिजनों के द्वारा डाक्टर को कई बार फोन लगाकर बुलाना पढ़ता है। आप इस विडियो में सिवील हॉस्पिटल पेटलावद की हालत देखकर आराम से जान सकते है। की यहां मरीज का ईलाज डॉक्टर की बजाए आउट सोर्स से लगा एक सफ़ाई कर्मी कर रहा है। कहने को तो यहां डॉक्टर भी है और ड्रेसर भी है पर सफ़ाई कर्मी टांके ले रहा है। ऐसा लग रहा की यहां किसी मरीज के टांके लगाने की बजाए मृत व्यक्ति का पोस्ट मार्टम के बाद टांके लिए जा रहे हो l
याने की किसी जानवर को कोई टांके ले सकता है ऐसे सफ़ाई कर्मी टांके ले रहा है l