झाबुआ जिला प्रमुख ब्यूरो चीफ चंद्रशेखर राठौर
कलेक्टर द्वारा जिले मे द्वारा कही कही ही की जा रही मानिटरींग।
झाबुआ 02 सितम्बर 2022 में नियमित टीकाकरण मे लगातार कार्य किया जा रहा है जिसका सार्थक परिणाम एनएफएचएस 5 में नजर आया है। इसका सिर्फ यह मतलब हुआ की पोर्टल पर ही टीकाकरण हो रहा है जैसे की पिछले एनएफएचएस 4 में झाबुआ जिला 25 प्रतिशत पूर्ण ही टीकाकरण के साथ में प्रदेश में नीचे से दूसरे पायदान पर था एवं एनएफएचएस 5 में प्रदेश में सर्वाधिक 1 कैलेंडर ईयर में 64 प्रतिशत की जंप लगाते हुए 89.9 प्रतिशत के साथ सर्वाधिक प्रगति में न केवल प्रदेश मे अपितु पूरे देश मे प्रथम स्थान पर रहा है। तो इससे तो यही प्रतीत होता है। की किस तरह से झाबुआ कलेक्टर ने अपना प्रतिशत बढ़ाने के लिए सिर्फ पोर्टल का ही स्तेमाल किया होगा अपितु एक दम से इतनी रेंक कैसे बड़ सकती हैं यह भी सोचने की बात है। अब ऊपर वाले को क्या पता चले की निचे क्या हुआ है। वह तो रिपोर्ट जो भेजी गई उसके आधार पर झाबुआ की रेंक बड़ी हुई है।
इस उपलब्धि पर माननीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी जी ने झाबुआ जिले में किए जा रहे टीकाकरण कार्य को लेकर प्रसन्नता व्यक्त की गई एवं विभाग को प्रोत्साहित किया गया। जिले में कलेक्टर महोदय के कुशल निर्देशन एवं सीएमएचओ डॉ जयपाल सिंह ठाकुर के नेतृत्व मे जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ राहुल गणावा के द्वारा निरंतर अपने सभी अधिकारियो/कर्मचारियो के साथ समन्वय कर मैदानी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं आशा कार्यकर्ता, आशा सुपरवाइजर, एएनएम, एमपीडब्ल्यु, सीएचओ, एलएचव्ही, एमपीएस, सीसीएच, नर्सिंग आफिसर, बीसीएम, बीईई, बीपीएम, चिकित्सा अधिकारी, बीएमओ व जिला अधिकारीयो के साथ दिन और रात मेहनत करते हुए प्रयास कर रहे हैं। कि जन्म से लेकर 16 वर्ष की आयु तक के बच्चों में अपनी नियमित टीकाकरण की खुराक समय पर ले लेवे। इस कार्य में सफलता प्राप्त करना चुनौतीपूर्ण है क्योंकि जिस तरीके से ग्रामीण क्षेत्रों में हितग्राही अपनी आजीविका के लिए समय-समय पर एक स्थान से दूसरे स्थान पर भ्रमण करते हैं जिससे उनकी समय पर ट्रेकिंग करना और टीकाकृत करना कठिन हो जाता है किंतु इस पर भी मैदानी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के द्वारा लगातार नजर बनाए रखे हुए हैं और जैसे ही हितग्राही अपने क्षेत्र में पुनः लोट कर आता है उसे तत्काल स्वास्थ्य व महिला बाल विकास विभाग की संयुक्त टीम मिलकर योजना अनुसार टीकाकरण कर देती है, इस तरीके से ग्रामिणो की चलायमान आजीविका के बीच भी स्वास्थ्य विभाग अपने हितग्राहीयो के साथ लगातार संपर्क- समन्वय के साथ कार्य करता रहता है और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का हर संभव प्रयास करता है। इस उपलब्धि में महिला एवं बाल विकास विभाग/शिक्षा विभाग/पंचायत विभाग/राजस्व विभाग/जन सम्पर्क विभाग/महिला स्व सहायता समूह/जन अभियान परिषद/आरबीएसके/आरकेएसके साथिया, जन भागीदारी, डेवलपमेंट पार्टनर्स यूनिसेफ़, डब्ल्यूएचओ,युएनडीपी,एमपीव्हीएचए,मिडिया के साथियो व अन्य प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष ईत्यादी का सराहनीय सहयोगी संस्थाओं का भी लगातार इस टीकाकरण अभियान में सहयोग मिलता रहा है जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग आभारी है। जिले की ईस उपलब्धता पर जिले वासियों को हार्दिक शुभकामनाएं व स्वास्थ्य विभाग निवेदन करता है कि जन्म से लेकर 16 वर्ष तक के बच्चों का अपना नियमित टीकाकरण समय समय पर करवाते रहें।
तो अब सावल यह उठता है की अगर प्रतिशत बड़ा है तो कैसे जमीनी स्तर पर क्या हुआ है यह तो सभी जानते है। उसके बाद भी आला अभिकारी मनगडत कहानियो से प्रतिशत को बढ़ाया है।