झाबुआ से चंद्रशेखर राठौर
झाबुआ जिला की पेटलावद तेहसील के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत झकनावदा में सीएम हेल्पलाइन शिकायतो का इन दिनों अम्बार लग गया है। बताया जा रहा है ग्राम पंचायत झकनावदा में 19 सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत ग्रामीणों द्वारा की गई । जिसमें दो शिकायत का निराकरण किया गया।
ग्राम पंचायत मे सरकार की जन हितेषी योजनाओं में भ्रष्टाचार एवं और जनहितेषी योजनाओं एवं गाव की छोटी छोटी समस्या को लेकर ग्रामीणों ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायतें की है। उसके बावजूद जनपद पंचायत और जिला पंचायत के अधिकारियों की आँखे नहीं खुल रही है। और ना ही इनकी समस्या को अधिकारियों द्वारा समझाया जा रहा है और ना ही देखा जा रहा है है।
जनपद पंचायत पेटलावाद से टीम गठित होकर आती है और औपचारिकता पूरी करके शिकायत बंद कर दी जाती है। वापस अपने गंतव्य की ओर रवाना हो जाते हैं।
ग्रामीणों के द्वारा बताया गया है की जनपद पंचायत पेटलावाद से टीम बनाकर शिकायतो को हटाने व हटाने के बाद निराकरण कर दिया जाएगा। अभी आप शिकायत बंद करवा दीजिये। ग्रामीणों का कहना है। की जब तक इन अभी समस्याओ का निराकरण नहीं होता हैं। तब तक बंद नही की जाएगी आप तो इन शिकायतो पर कार्यवाही करे। ना की ग्रामीणों को बंद करने की सलाह दे।
पेटलावाद से टीम मे आये अधिकारी।
ग्रामीणों के द्वारा बताया गया की जनपद पंचायत से ग्राम पंचायत के ए पी ओ, बी पी ओ, सी पी ओ, ग्राम पंचायत झकनावदा आते है। तो एक एक कर शिकायतकर्ता को हटाने के लिए कहा जाता हैं और कहते है की शिकायत करने से कुछ नहीं होगा आप एक आवेदन बनाकर सीईओ और जिला पंचायत सीईओ मे दीजिये तो जल्द सुनवाई होगी। तब ग्रामीणों के द्वारा उन्हे 2 माह पहले दिये आवेदनो की काफी बताते हुए कहा की अभी तक कार्यवाही क्यो नहीं की गई। ग्रामीणों का कहना है की हम ने झाबुआ जिला कलेक्टर महोदय को भी जन सुनवाई मे भी आवेदन देकर और मौखिक चर्चा भी की गई है।। उसके बाद ही हमने सीएम हेल्पलाइन का सहारा लिया है। तब जाकर आप लोग यहा आये हो उसके पहले तो इस पंचायत मे कोई नहीं आया। अब आप अधिकारी इन शिकायतो का निराकरण करिये और जो गलत है उस पर उचित कार्यवाही करे। जो की सरकार के पैसो का दुरूपयोग किया है। उसकी भरपाई करवाए।
अब जनपद पंचायत के अधिकारिओ के द्वारा कहा गया की वह ग्राम पंचायत समिति के द्वारा ही किया गया है।
तब ग्रामीणों ने कहा की यहा तो पूर्व सचिव के जाने के बाद 3 सचिव इस पंचायत में आते जाते रहते है। पर अभीतक कोई स्थाई सचिव ग्राम पंचायत को नहीं मिला है। तो किसको कहे,? क्योकि यहा पर पूर्व सचिव भीमसिंग कटारा के बाद सचिव मोहन मावी उसके बाद सचिव नयारण सोलंकी उसके बाद विनोद देवदा उसके बाद पुनः मावी और अब फिर देवदा तो इन सभी मे से स्थाई सचिव कोन हैं। यह भी ग्रामीणों को पता नहीं है। पिछले चुनाव के बाद से ग्रामीण लोग छोटे छोटे कार्यो के लिए पंचायत में जाते है। तो ग्राम पंचायत के गेट पर ताला देख कर निराश व हताश होकर चले जाते है। और जब ग्रामीणों के द्वारा फोन लगाकर बात करते है तो टालम तोल कर देते हैं। और एक दूसरो पर छोड़ देते हैं की मेरे पास चार्ज नहीं हैं। देवदा, मावी का कहता है। ओर मावी देवदा का कहता है अब दोनों मे से कोन सचिव है पता ही नहीं लग रहा है।
अब ग्रामीणों का सावल है की सरकार के द्वारा चलाई जा रही समस्त योजनायो के बारे मे भी कोई जानकारी ही नही मिल रही है। जैसे की प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान के द्वारा जन सेवा अभियान, आयुष्मान कार्ड, सम्बल योजना, लाडली लक्ष्मी योजना, कर्मकार्ड, जैसे कई योजनायो से अभी भी ग्रामीणजन वंचित है। उसके बाद भी ग्राम पंचायत आँख बंद करके बैठी है ओर ना ही किसी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है।
यहा तक की अभी सभी जगहों पर हर पंचायत मे कोई ना कोई योजना का आयोजन किया जा रहा है। लेकिन इस पंचायत में अभी तक कोई कार्यक्रम भी आयोजित नहीं किया गया है।
अब अगर जनता सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत नहीं करे तो क्या करे। ओर ये अधिकारी आये दिन कॉल करके शिकायत बंद करने का कहते है। ना की उस शिकायत पर कार्यवाही करते है। अब जनता किसके दर पर जाकर अपने हक की लड़ाई लड़े।