पेटलावद से गजेंद्र बैरागी
पेटलावद। एक ओर खाद संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। ओर दूसरी ओर प्रशासन का दावा है कि जिले में पर्याप्त खाद उपलब्ध है। अब किसी बात सही है यह आप जनता हि बता सकती है ओर जनता ने बताया की कीस तरह से ग्रामीण लोगो को खाद के लिए भिड़ लगानी पड़ती है ओर एक से दो दिन लम्भी लम्भी कतार मे खड़े होकर खाद का इंतजार करना पड़ता है यह वो अधिकारी क्या जाने उसको तो हर महीने अपनी तन्खा मिल जाति है मगर हम किसानो को समय पर खाद नहीं मिला तो हमारी फसल बर्बाद हो जाएगी। यह इन अधिकारियों को कोन समझाये। यह तो बस इनकी मन मर्जी करते है ओर सरकार की तरफ हि बोलते हुये कहते हैं कि खाद की कहीं कोई कमी नहीं हैं । लेकिन खाद के लिए किसानों को हर दिन कतारों में लगना पड रहा है। पेटलावद में बुधवार को आक्रोशित किसानों ने रायपुरिया-बामनिया मार्ग पर सोसाइटी के सामने ही किसानों ने मार्ग जाम कर दिया है। ओर उन किसानों ने प्रशासन को बहुत बुरा भला कहा ओर किसानो को समय पर खाद उपलब्ध करने हेतु प्रशासन के सामने मांग रखी हैं । कि यूरिया में कालाबाजारी की जा रही है। किसानों को समय पर खाद नहीं मिल पा रहा है। जिससे उनकी फसल नष्ट हो रही है। खाद वितरण करने में प्रशासन के द्वारा एक मशीन से कार्य करना मुश्किल हो रहा है ओर समय भी ज़्यदा लग रहा है ऐसे मे इस क्षेत्र मे मशीन बढ़ाकर खाद वितरण किया जाना चाहिए। जिससे की जल्दी खाद मिल सके ओर भिड़ भी कम हो जाये। लेकिन प्रशासन के अधिकारी गरीब किसानो को रात रात बर लाइन में खड़ा करवा कर 2 बोरी खाद दे रहा है, जो सरासर गलत है। क्योकि जब किसान को उसके खेती के हिसाब से खाद देना चाहिए की उस किसान को कितनी बोरी उसके खेत मे लग रही है अगर समय पर ओर पर्याप्त मात्र मे खाद नहीं मिला तो गरीब किसानो की फसल बर्बाद हो जाएगी। जिसका जिम्मेदार कोन होगा। इस बात को लेकर ग्रामीण जन रोड पर उतरकर रास्ता जाम किया गया है। जिस पर आक्रोशित होकर पेटलावद क्षेत्र के किसानों ने सोसाइटी के सामने ही रोड जाम कर धरना दे दिया है।