थाना प्रभारी ने पत्रकार पर बिना जांच किए दर्ज करदी एफआईआर
शराब माफिया ने अपने रसूख के बल पर झूठा फसाया एक पत्रकार को

झाबुआ से चंद्रशेखर राठौर की रिपोर्ट
झाबुआ जिले के रायपुरिया के रहने वाले पत्रकार के खिलाफ कल्याणपुरा मे दर्ज की गई एफआईआर। एक तरफ तो झाबुआ जिले के एसपी साहब है की जनता की सेवा में रात दिन लगे हुए है ओर पुलिस की अच्छी छवि बनाने मे लगे हुए है। और लगातार जनता की समस्याएं सुनने के लिए गांव गांव जाकर उनकी समस्याएं सुन रहे साथ ही भांजिगढ़ी देहज दापा विवाद को लेकर योजनाए बना रहे है….परंतु जिले की कल्याणपूरा थाना प्रभारी ने गत दिवस रायपुरिया के शराब माफिया के कहने मात्र पर ही रायपुरिया के पत्रकार राहुल गोस्वामी के खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज कर ली जबकि इस मामले से उसका कोई लेना देना ही नही है।
यह है पुरा मामला
मामला ऐसा है कि उक्त माफिया जो कि गुंडा लिस्टेड है अपनी रिपोर्ट में बताया कि में रायपुरिया से कल्याणपूरा होकर गुजर रहा था तभी राहुल गोस्वामी ने मुझसे रास्ते मे गाड़ी रोककर मारपीट की ओर गाली गलौज की गई उक्त मामला बनाकर थाना कल्याणपूरा में पत्रकार राहुल गोस्वामी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली जबकि थाना प्रभारी को सम्बंधित पत्रकार के खिलाफ हुई एफआईआर से पहले मामले की जांच पड़ताल करना था। जबकि ऐसा न करते हुए थाना प्रभारी ने सीधे एफआईआर दर्ज कर ली जो कही न कही इस कार्यवाही पर सवालिया निशान खड़े करता है की कोई भी अगर पत्रकार पर झूटी एफआईआर दर्ज करा सकता है ओर पुलिस बिना किसी जांच पड़ताल के पत्रकार पर एफआईआर दर्ज कर सकते है। जबकी पत्रकार सभी को सच्चाई को दिखता है हमेसा किसी ना किसी खबर को लेकर टारगेट मे तो रहता हि है लेकिन अगर ऐसे मे अगर पुलिस प्रशासन भी पत्रकारों के खिलाफ जा कर एफआईआर दर्ज करने लग गये तो क्या होगा।
अब इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि थाना प्रभारी किस तरह से एसपी साहब के सपनो पर पानी फेरती नजर आ रही है।