मंदसौर
मंदसौर के खनिज विभाग का मुखिया ना होने का फायदा इन दिनों खनिज विभाग के कुछ कारिंदे खूब उठा रहे है
खनिज माफिया भी खूब चांदी काट रहे है…क्योंकि जवाबदार कोई है नहीं… और जो है वो जवाबदारी से काम करना नही चाहते है… प्रभारी खनिज अधिकारी भावना मैडम को तो ऑफिस में ही बहुत से काम है… तो बाहर कि लूट को कोन रोके…? अभी कुछ दिनों पूर्व ही क्रांतिकारी रिपोर्टर ने डूंगलावदा, मगरी आदि में अवैध स्लेट पेंसिल खनन की खबर लिखी थी… जिस पर कलेक्टर गौतम सिंह साहब और ADM ओपी वर्मा सा. ने खनिज अधिकारियों को कार्यवाही के लिए निर्देशित भी किया था… पर दोनों निरीक्षक महोदया ने एक दूसरे पर जवाबदारी डाल कर इतिश्री कर ली थी… और आज तक कोई कार्यवाही वहां नही हुई…! खनिज विभाग वालों द्वारा कोई कार्यवाही ना करना और मिलीभगत करके चलना… खनिज माफियाओं को बड़ा भा रहा है… तभी तो ज़िले में तो ठीक जिला मुख्यालय पर भी अवैध खनन नही रुक रहा है…? कालोनियां हो या निजी भूमिया हर जगह अवैध खनन के खनिज का खूब इस्तेमाल हो रहा है… ऐसा ही कुछ जिला मुख्यालय की सीमा पर गुराड़िया देदा की भूमि सर्वे नंबर 1535 की करीब 5 बीघा भूमि पर रॉयल्टी चोरी का अवैध मोराम और लाल मिट्टी का खूब भराव हो रहा है… पर जवाबदारों को जानकारी में ला देने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं करना चाहता है…। जबकि पूर्व में भी नालछा माता के पीछे भी हो रहे अवैध खनन पर भी… जब खनिज विभाग कोई कार्यवाही नहीं कर रहा था… तब जिले के जागरूक कलेक्टर गौतम सिंह साहब के निर्देशों पर ADM ओपी वर्मा सा के मार्गदर्शन में प्रशासन की टीम ने बड़ी कार्यवाही की थी… और खनिज माफियाओं से करीब 5 करोड़ की वसूली की थी… गुराड़ियादेदा वाले मामले में भी कलेक्टर गौतम सा. और ADM वर्मा सा को संज्ञान लेना चाहिए… मौके की जांच करवा कर… बिना रॉयल्टी के मोरम भराव की घन मीटर नपती कर भूमि मालिक सहित… भराव डालने वाले लोगों पर भी जुर्माने की कार्यवाही करना चाहिए… ताकि प्रशासन का मिशन माफिया का खौफ खनिज माफियाओं में भी लगातार कायम रहे…।