झाबुआ जिला प्रमुख ब्यूरो चीफ चंद्रशेखर राठौर
जी हा हम बात कर रहे है झाबुआ जिले की पेटलावद क्षेत्र की उस घटना का जिसका सोच कर हि हर किसी के रोंगटे खड़े हो जाते है। लेकिन उस क्षेत्र की जनता ने तो अपना फर्ज निभाया है ओर इस क्षेत्र के हर एक चुनाव में अपना योगदान दिया मगर जितने के बाद वही नेता उनके घर जाकर उन्हे ओर उन बीती बातों को याद दिलाकर छन्नी करते है। मगर उन्हे सरकार के किये गये वादे को पुरा नहीं करते हैं की हमारी सरकार ने इस परिवार के साथ जो हुआ है ओर इस परिवार के लिए कुछ करना है। बड़ी बड़ी बाते तो बोली जाति है मगर बाद में सब हवा हो जाति हैं ओर जब पुनः चुनाव का दौर आता है की उस परिवार की ओर चले जाते है। जरा सोचो की क्या हम उस परिवार के साथ सही कर रहे है। खेर हम भी पिछली बाते याद नही करना चाहते है।
लेकिन क्या देश की राजनीति इतनी घटिया ओर स्वार्थ वाली हो गई है की अपने हि अपने को नोच कर खा रहा है ओर नाम सरकार का लेकर बच रहा हैं। इतनी गंडी राजनीति करके ये क्या साबित करना चाहते है क्या किसी भी कानून में या सरकार के राजनेता में इतना साहस नहीं हे की ऐसे दोगले ओर मतलभी नेता को अपनी पार्टी से ओर इस तरह की सोच रखने वाले लोगो पर किसी प्रकार की कार्यवाही कर के बता सके की चाहे जो भी हो गलत को साझा दिला सके।
नया साल नया जीवन नए लोग और फिर नई सोच के साथ जुड़कर इस देश को एक सही स्थान दिया जा सके।
अभी भी पेटलावाद के उन परिवार वालों को न्याय नहीं मिला तो उसका जिम्मेदार कोंन है आओ हम सब मिलकर उस परिवार का साथ देकर उसको उका हक दिलाये।